CONSIDERATIONS TO KNOW ABOUT PARAD SHIVLING PHOTO

Considerations To Know About parad shivling photo

Considerations To Know About parad shivling photo

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It is said and thought in many texts that if a mercury Shivling is put and worshipped within a residence, Modern society or simply a temple. It is taken into account that it results in prosperity, positive toughness, in addition to regarded as that goddess Lakshmi resides at that spot for generations to generation. Also a person is relieved of Bodily ,spiritual, psychological Problems.

पारद शिवलिंग से अकाल मृत्यु का भय समाप्त हो जाता है।

- तीर्थ जल से अभिषेक करने पर मोक्ष की प्राप्ति होती है।

- दूध-शर्करा मिश्रित अभिषेक करने से सद्बुद्धि की प्राप्ति होती है।

Mercury is believed to possess terrific therapeutic Homes and metaphysical benefits. It is claimed to elevate consciousness and boost spiritual expansion. When Employed in the creation of thi terrified idol, these attributes are believed to amplify the blessings with the idol.

शिव लिंग को भगवान शिव का निराकार स्वरुप मना जाता है. शिव पूजा में इसकी सर्वाधिक मान्यता है. शिवलिंग में शिव और शक्ति दोनों ही समाहित होते हैं. शिवलिंग की उपासना करने से दोनों की ही उपासना सम्पूर्ण हो जाती है. विभिन्न प्रकार के शिव लिंगों की पूजा करने का प्रावधान है.

घृतधारा शिवे कार्या यावन्मन्त्रसहस्त्रकम्।

- शिवलिंग कहीं भी स्थापित हो पर उसकी वेदी का मुख उत्तर दिशा की तरफ ही होना चाहिए.

सपने मे शिवलिंग की पूजा करना। Sapne me shivling ki puja karna kaisa hota hai

श्रावण महीने में get more info शिव पूजा बहुत ही लाभदायक है। यदि आपको पारद शिवलिंग मिल जाए तो आपके परम सौभाग्य की बात है। श्रावण मास में पारद शिवलिंग लाकर अपने पूजा स्थल पर स्थापित करें। यदि आपके मंदिर में शिव परिवार अथवा पार्वती-शिव की तस्वीर है तो पारद शिवलिंग को उन्हीं के समक्ष स्थापित करें। चांदी, तांबा अथवा पीतल की प्लेट में सफेद वस्त्र बिछाकर उन्हें विराजमान करें। उससे पहले उन्हें गंगाजल से शुद्ध करें। भगवान शिव के मंत्रों से उनका आह्वान करें। ’ओम् नमः शिवाय। ओम् त्रयंबकम् यजामहे सुगंधिम् पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनात् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्’ आदि मंत्रों से एक अथवा दो माला का जाप करके उन्हें अपने आसन पर विराजमान करें। प्रातः अपनी नियमित पूजा के साथ साथ उन पर गंगाजल, धूप-दीप, पुष्प आदि चढ़ाएं अथवा चंदन का लेप करें एवं प्रार्थना करें।

– The construction of a large park for holidaymakers at a expense of 2 crore 99 lakh rupees is going on near the dam. – Visitors with children come to go to this park. – There are various components within the park like toys, animal statues.

Devotees can do abhishek of Parad Shivling a few times every week as per benefit as well as the comprehensive of abhishek process of Parad Shivling is presented under

This inclusivity mirrors the essence of Lord Shiva’s teachings – the unity that underlies all existence, reminding us that despite our diverse backgrounds, we're all interconnected.

मेषवृषमिथुनकर्कसिंहकन्यातुलावृश्चिकधनुमकरकुंभमीन

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